कुछ चीज़ें जो अक्सर तुम्हारे लिए करता रहा, अब अपने लिए करना चाहता हूँ.... अजीब लगता है ज़र्द सा चेहरा लिए यहाँ खड़े रहना और उन वक़्तों को याद करना जब मैंने तुम्हारे होने को अपने self interest से भी आगे रखा.... सवाल ज़िन्दगी में हिसाब लगाने का नहीं है, सवाल बस ज़र्द सा चेहरा लिए यहाँ खड़े हो कर खुद को देखने का है